सुमधूर गळ्याची प्रसिद्ध गायिका ‘सावनी रविंद्र’ हीला ‘६७ व्या राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कार’ सोहळ्यात ‘बार्डो’ चित्रपटातील ‘रान पेटलं’ या गाण्यासाठी ‘सर्वोत्कृष्ट पार्श्वगायिका’ पुरस्कार जाहीर झाला आहे. यामुळे तिचे मराठी सिनेसृष्टीत तसेच सर्व गायन क्षेत्रातील कलाकारांकडून प्रचंड कौतुक होत आहे. सावनीने याआधी मराठी, हिंदी, तमिळ, तेलुगू, बंगाली, गुजराती अश्या विविध भाषेतील गाणी गायली आहेत. आपल्या सुरेल आवाजाने प्रेक्षकांना मंत्रमुग्ध करणारी गायिका ‘सावनी रविंद्र’ राष्ट्रीय पुरस्काराविषयी सांगते, ”खरंच, मला झालेला आनंद व्यक्त करण्यासाठी शब्द अपुरे पडतील, आजपर्यंतच्या इतक्या वर्षांच्या प्रामाणिकपणे केलेल्या मेहनतीचं फळ देवाने आज मला दिलं आहे, अशी भावना मनात आहे. माझ्या सर्व गुरूजनांचे आशीर्वाद, माझ्या आई-वडीलांचे कष्ट याचा यामध्ये खूप मोठा वाटा आहे. त्यांच्या मार्गदर्शनामुळे मी आजवर माझ्या आयुष्यात यश संपादन करू शकले. राष्ट्रीय पुरस्कार मिळाल्यामुळे आता जबाबदारी वाढली आहे. आजवर मी ज्यापद्धतीने गाणी गायली त्याहीपेक्षा अजून जास्त मेहनत करून प्रेक्षकांना आवडतील अशी उत्तमोत्तम गाणी गाण्याचा मी कायम प्रयत्न करेन”.’बार्डो’ चित्रपटातील गाण्याविषयी सावनी सांगते, ‘बार्डो’ हा चित्रपट अजून प्रदर्शित झालेला नाही आहे. स्वप्नांवर आधारीत असलेल्या बार्डो या चित्रपटाचे दिग्दर्शन ‘भीमराव मुडे’ यांनी केले आहे. या चित्रपटातील ‘रान पेटलं’ हे गाणं प्रचंड वेगळं आहे.या गाण्याला आघाडीचे प्रसिद्ध संगीतकार रोहन – रोहन यांचे संगीत लाभले आहे. या गाण्याची खासियत म्हणजे हे गाणं रेकॉर्ड करताना संगीतकार रोहन-रोहन यांनी माझ्याकडून टोन चेंज करून ग्रामीण पद्धतीच्या आवाजात गाणं गाऊन घेतलं. मी आजवर रोमॅंटिक, इमोशनल अश्या पद्धतीची गाणी माझ्या नॅचरल आवाजात गायली आहेत. परंतु मी माझं ओरीजनल आवाजाचं टेक्शचर बदलून ग्रामीण पद्धतीत गायन करू शकते हा विश्वास त्यांनी मला दिला. आणि एक वेगळी कलाकृती निर्माण झाली. मला अजूनही तो क्षण आठवतो, जेव्हा संगीतकार रोहन-रोहन यांच्या घरच्या सेटपवर हे गाणं आम्ही रेकॉर्ड केलं होतं. अत्यंत भावूक करणारं हे गाणं आहे.”पुढे सावनी म्हणते, ”आयुष्यात पहिल्यांदा मिळालेला पुरस्कार सर्वात स्पेशल असतो. मला आजपर्यंत विविध ठिकाणी नामांकन मिळाली. पण पुरस्कार कधी मिळाला नव्हता. मी गायलेल्या गाण्यासाठी, मला पुरस्कार मिळावा या प्रतिक्षेत मी होते. आणि तो क्षण आलाचं, मी गायन केलेल्या ‘रान पेटलं’ या गाण्यासाठी मला पहिल्यांदाच ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ मिळाला. त्यामुळे हा पुरस्कार माझ्यासाठी खूप जास्त स्पेशल आहे. मी ईश्वराची, प्रेक्षकांची आणि माझ्या सर्व गुरूजनांची कायम ऋणी असेन.”


सुधाकर स्नेह द्वारा रचित बिहार गौरव गीत
“जय बिहार जय जय बिहार” की रिकॉर्डिंग सम्पन्न
बिहार दिवस (२२ मार्च) के अवसर पर सुधाकर स्नेह द्वारा लिखित, संगीतबद्ध बिहार गौरव गीत “जय बिहार, जय-जय बिहार” उनके ही स्वर में मेलोडी मैक्स स्टूडियो, मुंबई में रिकॉर्ड किया गया। इस अवसर पर अतिथि रूप में उपस्थित मनसे के महासचिव डॉ. वागीश सारस्वत ने बधाई देते हुए कहा कि जितना गौरवशाली बिहार का इतिहास रहा है, उतनी ही लगन से सुधाकर स्नेह ने इस गीत को तैयार किया है। गीत में हर पहलू को बड़ी ही ख़ूबसूरती से पिरोया गया है। इस गीत से बिहार का ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक गौरवबोध तो होता ही है, यह नवयुवकों में नई ऊर्जा प्रदान करनेवाला है। यह गीत युवाओं को आगे आकर बिहार का स्वर्णिम दौर लौटाने की दिशा में प्रयास करने को प्रेरित करेगा। रनबीर कपूर अभिनीत फिल्म ‘संजू’ का गीत “कर हर मैदान फतह…” के गीतकार शेखर अस्तित्व ने भी सुधाकर स्नेह को बधाई दी और कहा कि यह “बिहार गौरव गीत” लोकप्रियता में मील का पत्थर साबित होगा। गीत की शूटिंग वर्णित वास्तविक लोकेशंस पर की जायेगी। कैमरामैन अरुण पांडेय और लेखक अरिहंत गांधी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। सुधाकर स्नेह ने इसके पूर्व उत्तर प्रदेश के लिए गौरव गीत “जय हो उत्तर प्रदेश” की रचना की थी जिसे गत् वर्ष प्रदेश स्थापना दिवस (२४ जनवरी) पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संयुक्त रूप में रिलीज किया था।
रामगोपाल वर्मा की फ़िल्म डी-कंपनी का प्रदर्शन टला,एफडब्लूआइसीई ने यूएफओ को लिखा था फ़िल्म का प्रदर्शन रोकने के लिए पत्र
रामू पर वर्करों का 1.25 करोड़ बकाया, एफडब्लूआइसीई पहले ही कर चुका है रामगोपाल वर्मा से असहयोग की घोषणा
मुम्बई, निर्देशक राम गोपाल वर्मा की 26 मार्च को रिलीज होने वाली फ़िल्म डी-कंपनी का प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया है।इस फ़िल्म का प्रदर्शन रोकने के लिए 18 मार्च को फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयज (एफडब्लूआइसीई) के पदाधिकारियों ने यूएफओ मूवीज इंडिया लिमिटेड को एक पत्र लिखा था।
एफडब्लूआइसीई के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी,जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे ,ट्रेजरार गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव तथा चीफ एडवाइजर अशोक पंडित एवं शरद सेलार ने संयुक्त रूप से यूएफओ मूवीज इंडिया लिमिटेड से निवेदन किया था कि हिंदी और तेलगु फिल्मों के जाने-माने नाम रामगोपाल वर्मा जो निर्माता,निर्देशक और लेखक हैं ने अपने प्रॉडक्शन हाउस कंपनी के तहत कई फिल्मों का निर्माण किया है।उनके खिलाफ़ कई टेक्नीशियनों और वर्करों तथा कलाकारों ने अपने -अपने पैसे के बकाए की शिकायत की है।उनपर टेक्नीशियनों और वर्करों तथा कलाकारों का लगभग 1.25 करोड़ रुपये बकाया है इसलिए जब तक राम गोपाल वर्मा गरीब टेक्नीशियनों और वर्करों का पैसा नहीं देते उनकी फिल्म डी-कंपनी का प्रदर्शन रोक दिया जाए । फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयज ने रामगोपाल वर्मा के साथ असहयोग करने का फैसला भी लिया है। इससे सिने कर्मचारियों की 32 यूनियनों से जुड़े एफडब्लूआइसीई के लोग रामगोपाल वर्मा के साथ भविष्य में काम नहीं करेंगे। फेडरेशन के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी, जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे और ट्रेजरार गंगेश्वर लाल श्रीवास्तव के मुताबिक इससे पहले रामगोपाल वर्मा को एक लीगल नोटिस भी भेजा गया था। हालांकि रामगोपाल वर्मा की ओर से इस नोटिस पर कोई जवाब नहीं दिया गया था। फेडरेशन के मुताबिक रामगोपाल वर्मा को सितंबर 2017 में भी एक लेटर भेजा गया था। इसमें बताया गया था कि टेक्नीशियंस की पेमेंट बाकी है, जिसे क्लियर किया जाना है। इस नोटिस के बाद भी फेडरेशन की ओर से लगातार कई पत्र रामगोपाल वर्मा को भेजे गए थे। रामगोपाल वर्मा ने लेटर्स मिलने की बात से ही इनकार कर दिया। यही नहीं फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयज ने रामगोपाल वर्मा पर कोरोना काल में भी शूटिंग जारी रखने का आरोप लगाया है।
फेडरेशन के पदाधिकारियों ने कहा कि रामगोपाल वर्मा के गोवा में शूटिंग करने की जानकारी मिलने के बाद पिछले दिनों वहां के मुख्यमंत्री को भी इस संबंध में पत्र लिखा गया था। हम चाहते हैं कि गरीब टेक्नीशियंस, आर्टिस्ट्स और वर्कर्स को उनका मेहनताना मिल जाए। लेकिन रामगोपाल वर्मा ने हमारी मांगों को अनसुना कर दिया। एफडब्लूआइसीई के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी,जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे और ट्रेजरार गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव ने कहा कि इस संबंध में हमने इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन और प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया को भी जानकारी दी है। इसके अलावा कुछ और यूनियंस को भी इस असहयोग के बारे में बताया गया है। बता दें कि रामगोपाल वर्मा को सत्या, कंपनी, आग, रंगीला, सरकार, वीरप्पन, भूत और 26/11 जैसी फिल्मों के डायरेक्शन के लिए जाना जाता है। उधर राम गोपाल वर्मा ने 19 मार्च को ट्वीट कर बताया है कि कोविड -19 की वजह से उन्होंने अपनी फिल्म डी -कंपनी का प्रदर्शन टाल दिया है।।फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया है कि जब तक राम गोपाल वर्मा वर्करों का भुगतान नहीं करेंगे हमारा असहयोग जारी रहेगा।
अभिनेता सुरेंद्र पाल ने भी लगवाया कोरोना का टीका
बीआर चोपड़ा के टीवी सीरियल महाभारत में गुरु द्रोणाचार्य की भूमिका निभाने वाले व चर्चित फिल्म अभिनेता सुरेंद्र पाल ने भी कोरोना का टीका लगवाया है। अभिनेता सुरेंद्र पाल ने अपने सोशल मीडियाअकाउंट पर इसका फोटो भी शेयर किया है। शेयर फोटो के कैप्सन में सुरेंद्र पाल कह रहे हैं कि अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है इसलिए सावधानी बरतें। साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग कोरोना से बचाव की वैक्सीन ले सकते हैं वे टीका जरूर लगवाएं।बता दें कि 1 मार्च से देश में कोरोना वैक्सीन का दूसरा चरण शुरू हुआ है। दूसरे चरण में 60 साल या उनसे ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। वहीं 45 साल तक उन लोगों को टीका लगेगा जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं।
फिल्मों में लहराता है कॉस्ट्यूम डिजाइनर कविता सुनीता का परचम
कविता और सुनीता का नाम आज फिल्मों में बतौर कॉस्ट्यूम डिजाइनर खूब चलता है। कविता मुम्बई से और सुनीता वाराणसी से हैं । ऐसे में स्वाभाविक तौर पर वो दिल्ली,यूपी,बिहार के साथ- साथ मुंबई की लड़कियों और लड़कों के पहनावे से भलीभांति वाकिफ हैं। कविता सुनीता दोनों अपने ही नाम से कविता सुनीता क्रिएशन नामक फैसन आउटलेट भी चलाती हैं। सितारों को विश्वसनीय लुक देने के लिए उन्हें अपने निजी अनुभव अपनाने का मौका मिला। वे जानती हैं कि किसी भी प्रोडक्शन हाउस में किरदार को उभारने के लिए कॉस्टयूम डिजाइनिंग कितनी जरूरी होती है। ऐसे में कलाकार भी उनके कॉस्ट्यूम को खूब पसंद करते हैं।
इस बारे में बताते हुए कविता सुनीता कहती हैं, ‘जो भी हमें जानते हैं, उन्हें पता है कि हम लोग फैशन और स्टाइलिंग में बहुत दिलचस्पी रखते हैं। हालांकि वे यह मानती हैं कि क्लासिक्स के साथ आप कभी गलत नहीं हो सकते हैं। लखनवी चिकनकारी कुर्तियों के साथ डेनिम और गठीली सिल्वर ज्वैलरी उनका पसंदीदा आउटफिट है। मुम्बई के अंधेरी वेस्ट में चार बंगला म्हाडा में उन्होंने कविता सुनीता क्रिएशन आउटलेट खोला जिसमे कभी भी और किसी भी समय किराए पर या परचेज करके कॉस्ट्यूम लिया जा सकता है। उनके फैशन स्टोर में महिलाओं और पुरुषों के इंडियन और वेस्टर्न कॉस्ट्यूम, ब्रीडल कॉस्ट्यूम,विज्ञापन, फिल्मों,टीवी शो ,वेब सीरीज ,म्यूजिक वीडियो और सीरियलों के कॉस्ट्यूम उपलव्ध है। कविता और सुनीता ने हिंदी फिल्मों, मराठी फिल्मों और भोजपुरी फिल्मों में खूब नाम कमाया है। उनकी हिंदी फ़िल्म है माई फ्रेंड गणेशा,टॉम डिक हैरी, मैं कृष्ना हूँ, इडियट बॉक्स आदि प्रमुख है।इसी तरह मराठी फिल्मों में लग्नाचा धूम धड़ाका, हिरवा चूड़ा, इनाम संभर करोड़ आदि प्रमुख है। भोजपुरी फिल्मों की बात करें तो कविता और सुनीता का बतौर कॉस्ट्यूम डिजाइनर यहां सिक्का चलता है।इस जोड़ी ने निरहुआ हिन्दुस्तानी , निरहुआ हिंदुस्तानी 2 और निरहुआ हिंदुस्तानी 3 के अलावा दूल्हा मिलल दिलदार,मां तुझे सलाम,जय हिंद,बॉर्डर,भाग खेशारी भाग,बलम जी आई लव यू, बेटा, जिगर,साजन चले ससुराल,बम- बम बोल रहा है काशी,बंधन,सिपाही और छपरा एक्सप्रेस आदि प्रमुख है। इस टीम ने भोजपुरी में 300 से ज्यादा फिल्में की है। बतौर कॉस्ट्यूम डिजाइनर आज कविता सुनीता ने खूब नाम कमाया है।


“रज्जो रानी” का संगीतमय मुहूर्त सम्पन्न
मोती बी० ए० और एम० मुकेश कुमार वैरागी आर्ट कृत प्रोडक्शन नं० २ “रज्जो रानी” (भोजपुरी) का भव्य संगीतमय मुहूर्त गत दिनों एस० आर० म्यूजिक स्टूडियो, मोतीलाल नगर, गोरेगांव (पश्चिम), मुम्बई में खुशबू जैन द्वारा गाये गीत से हुआ। गीत राजेश मिश्रा का और संगीतकार अमन श्लोक हैं। मुहूर्त का श्रीगणेश व्यवसायी इन्द्रबली प्रजापति के हाथों नारियल तोड़ने के साथ हुआ। इस अवसर पर अभिनेता हैदर काज़मी, राम मिश्रा, राहुल प्रजापति, विशाल प्रजापति भी अतिथि के रूप में उपस्थित थे। “रज्जो रानी” के निर्माता मुकेश कुमार वैरागी और लेखक – निर्देशक शिवराम यादव हैं। भारत सरकार के “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” मुहिम को बल देनेवाले कथानक पर आधारित यह फिल्म नारी सशक्तिकरण की पुरजोर हिमायती साबित होगी। संवाद मनोज पाण्डेय के हैं तो इसमें राजेश मिश्रा के अतिरिक्त दो और गीतकार हैं प्यारेलाल यादव ‘कवि’ व अरविंद तिवारी, एडिटर गोविंद दुबे और पब्लिसिटी का काम जानेमाने पीआरओ समरजीत संभाल रहे हैं। कलाकारों और शेष तकनीशियनों का चयन शीघ्र ही किया जायेगा।
दाऊडी ड्यूडस की फ़िल्म “डार्क पाथ” का मुम्बई में शानदार पोस्टर लांच
पीरियड फिल्म ‘दी बैटल ऑफ भीमा कोरेगांव’ की ऎक्ट्रेस दिगंगना सूर्यवंशी फ़िल्म डार्क पाथ में मुख्य भूमिका में नजर आएंगी
ऎक्ट्रेस दिगंगना सूर्यवंशी की मुख्य भूमिका वाली फीमेल ओरिएंटेड एक हिंदी फ़िल्म “डार्क पाथ” का पोस्टर लांच मुम्बई के फाइव स्टार होटल नोवेटेल में एक शानदार इवेंट में किया गया। दाऊडी ड्यूडस फिल्म्स (Dowdy Dudes Films) प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनाई जा रही यह फ़िल्म सिरजु साहनी द्वारा प्रोड्यूस की जा रही है। इसके को प्रोड्यूसर मनीष खिची और इस प्रोजेक्ट के फाइनेंस हेड सागर जम्बले हैं। इस फिल्म में दिगंगना सूर्यवंशी के साथ मयंक शर्मा भी मुख्य भूमिका में दिखाई देंगे। इस फिल्म “डार्क पाथ” के लेखक निर्देशक सादिक इक़बाल और आबिद हुसैन हैं। इसके डीओपी श्रीकांत असती हैं जबकि एग्जेक्युटिव प्रोड्यूसर मनोज कुमार हैं। इसके क्रिएटिव हेड नितिन विचारे हैं।
गौरतलब है कि आने वाली पीरियड फिल्म ‘दी बैटल ऑफ भीमा कोरेगांव’ में अर्जुन रामपाल और ऎक्ट्रेस दिगंगना सूर्यवंशी मुख्य भूमिका में दिखाई देंगे। इस फ़िल्म की ऎक्ट्रेस दिगंगना सूर्यवंशी दाऊडी ड्यूडस की इस फ़िल्म “डार्क पाथ” में मुख्य भूमिका कर रही हैं, जिसमे उनका किरदार बहुत ही चैलेंजिंग है। ऎक्ट्रेस दिगंगना सूर्यवंशी स्टार प्लस के शो वीरा में वीरा का टाइटल रोल भी कर चुकी हैं। उन्होंने बॉलीवुड में फ्राई डे और जलेबी जैसी कई फिल्में की हैं साथ ही वह बिग बॉस में भी नजर आ चुकी हैं। साउथ की कई फिल्मों में भी उन्होंने अपनी अदाकारी के जौहर दिखाए है।
ऎक्ट्रेस दिगंगना सूर्यवंशी के मुख्य अभिनय से सजी फ़िल्म डार्क पाथ एक वोमेन ओरिएंटेड मूवी है, जिसको लेकर वह बड़ी उत्साहित हैं। इस फ़िल्म के पोस्टर लांच इवेंट की एंकरिंग सिमरन आहूजा ने की जबकि यहां मीडिया की भी खासी संख्या मौजूद थी। कोरोना काल को देखते हुए यहां तमाम गाइडलाइंस को फॉलो किया गया। मास्क, सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंस का पालन किया गया।
इस फ़िल्म की टेक्निकल टीम बहुत स्ट्रांग है। इसके डीओपी श्रीकांत असती बॉलीवुड में दस साल से ज़्यादा का अनुभव रखते हैं और उन्होंने राजनीति एवं चक्रव्यूह जैसी फिल्मों को अपने कैमरे में कैद किया है।
इस फ़िल्म डार्क पाथ के डायरेक्टर सादिक इकबाल इंडस्ट्री के जाने माने टेक्नीशियन हैं। बॉलीवुड की बहुत सारी फिल्मो को उन्होंने एडिट किया है। अब वह डार्क पाथ के जरिए बतौर डायरेक्टर अपनी शुरुआत करने जा रहे हैं।
इस फ़िल्म डार्क पाथ की कहानी बेहद इंटरेस्टिंग है, जो दर्शकों के लिए भरपूर मनोरंजन पेश करेगी।
फ़िल्म डार्क पाथ का पोस्टर बेहद प्रभावी दिख रहा है। जल्द ही यह फ़िल्म फ्लोर पर जाएगी। इस फ़िल्म के कास्टिंग डायरेक्टर धनंजय गलानी है।