मेरठ में जन्मीं मंदाकिनी के पिता जोसेफ ब्रिटिश और मां कश्मीरी मुस्लिम परिवार से थीं।
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1983 में राज कपूर ने एक 22 साल की लड़की को देखा और उसकी खूबसूरती के कायल हो गए। वह लड़की यास्मीन जोसफ थी। राज कपूर ने यास्मीन को अपनी फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ के लिए चुन लिया। लेकिन उसके असली नाम से नहीं, बल्कि मंदाकिनी बना कर पर्दे पर उतारा। आज मंदाकिनी का 54वां जन्मदिन है। लेकिन मंदाकिनी के बारे में कई ऐसी बातें भी हैं, जिन पर शायद ही आपने कभी गौर किया हो। डेब्यू से पहले मंदाकिनी को 3 फिल्म मेकर्स रिजेक्ट कर चुके थे। इसके बाद रंजीत विर्क ने मंदाकिनी को माधुरी नाम दिया और उन्हें अपनी फिल्म मजलूम के लिए कास्ट कर लिया। राम तेरी गंगा मैली से डेब्यू करने वाली मंदाकिनी, गंगा के रोल के लिए राज कपूर की पहली पसंद नहीं थी। राज कपूर ने पहले संजना कपूर को लॉन्च करने का प्लान किया। लेकिन आइडिया ड्रॉप कर दिया। बाद में गंगा के रोल के लिए डिम्पल कपाड़िया का भी स्क्रीन टेस्ट लिया गया। फाइनली राज कपूर ने मेरठ की रहने वाली यास्मीन जोसेफ को मंदाकिनी नाम से फिल्म में लॉन्च किया।1986 में मंदाकिनी ने बप्पी लहरी के साथ पॉप डिस्को एल्बम ‘डांसिंग सिटी’ रिलीज किया। एल्बम के सारे गाने पहले नाजिया हसन ने गाए थे, लेकिन बप्पी ने नाजिया से हुए मनमुटाव के बाद सारे सॉन्ग मंदाकिनी से डब करवाए। फिल्में छोड़ने के बाद मंदाकिनी के दो म्यूजिक एल्बम आए। पहला था नो वैकेंसी और दूसरा शम्बाला। लेकिन यहां मंदाकिनी की आवाज का जादू नहीं चला।